साथी
बुधवार, 10 फ़रवरी 2010
प्रेम
प्रेम
समर्पण का एक अन्तहीन सिलसिला
आशाओं
आकांक्षाओं
और भविष्य के सपनों को तिरोहित कर
पाना एक एहसास
और तलाशना उसी में अपनी जिन्दगी......
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