शनिवार, 31 मार्च 2018

बंदरी ने मूर्ख बनाया..

सुबह सुबह बंदरी ने
अकोकिल कर्कश स्वर में
आई लव यू सुनाया
स्नेहसिक्त मन हर्षाया
चेहरे का हर्ष भाव पढ़
बंदरी के मन का
वनफूल खिल आया
फिर उसने
अपने गैर लिपस्टिक रूपी
श्याम स्लेटी चेहरे पे लगे
होठ रूपी कैसेट से
हैप्पी अप्रेल फूल बजाया
तब जाकर माजरा समझ आया
एक बार फिर बंदरी ने
मुझे मूर्ख बनाया
मैंने कहा, बंदरी
प्रेमपाश में पड़
विवाह रूपी विषवेल में
तो मूर्ख भी फंसते है
विद्वतजन भी भला कहीं
ऐसी मूर्खता करते है
इसलिए है प्रिये आओ
दोनों एक दूसरे के फिर
गले लगते है
और
ईश्वर से सात जन्मों तक
निरा मूर्ख पैदा करने की
करबद्ध प्रार्थना करते है….
करबद्ध प्रार्थना करते है….
करबद्ध प्रार्थना करते है….

#साथी के #बकलोल_वचन

सोमवार, 19 मार्च 2018

बड़गड़ सवाल

किस्सा, कहानी में

भेड़िया आया,

भेड़िया आया

कहे वला बुतरू ही

केजरीवाल हो..

सबके चोर चोर

करके एतना कैलको

बबाल हो...

सबसे माफी मांग

कैलको निढाल हो...

सचमुच् भेड़िया अईतो

त अब के पतियातो

इहे बड़गड़ सवाल हो..?

#साथी के #बकलोल_वचन
(भाषा - मगही,)

रविवार, 18 मार्च 2018

अजी हमपे क्यों बिगड़ते हो..

"साहेब, युवाओं के
रोटी, रोजगार
के लिए कुछ क्यों
नहीं करते है.."

"मंहगाई से लोग
परेशान है
और किसान आज भी
आत्महत्या कर मरते है.."

#साहेब
"जिन्हें जो पसंद है
हम वही करते है
उनसे पूछिये जो
मंदिर-मस्जिद, गाय
के लेकर झगड़ते है,
अजी हमपे क्यों बिगड़ते है...
#साथी के #बकलोल_वचन