#दुर्गा पूजा पंडालों में
बजते घंटे, घड़ियाल
आरती की गूंज
धूप, दीप, नौवेद्य
अछत, अलता
नौ दिन उपवास
हवन, दुर्गा पाठ
कन्या पूजन
से तुमको यदि
स्त्री को पूजे जाने
का गुमान हो
तो तुम गुमान
मत करना..
छद्मवादी समाज में
हम तुमको नहीं,
तुम्हारी मूर्ति
को पूजते है...
पूजा वाले हाथ ही
तुम्हारे देह भी नोंचते है..
तभी तो
तुम्हारे लिए
सपने भी
हम ही बुनते है..
और
तभी तो
हम तुमसे
तुम्हारा स्वाभिमान
स्वबोध, स्वतंत्रता
सब छीनते है...