साथी
शुक्रवार, 10 जनवरी 2020
प्रेम मत मांगों
उस स्त्री ने
प्रेम माँग लिया
उसे बहुत बुरा लगा
****
वह जानता था
स्त्री तो देह है
निष्प्राण
मिट्टी का माधो
***
बेशर्म
बेहया
बेलज
छिनार
यह दुःसाहस
और
उसने उसे
सजाए मौत दे दी
1 टिप्पणी:
मनु
14 अगस्त 2020 को 1:20 am बजे
बहुत खुब जी नमन
जवाब दें
हटाएं
उत्तर
जवाब दें
टिप्पणी जोड़ें
ज़्यादा लोड करें...
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
मोबाइल वर्शन देखें
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
बहुत खुब जी नमन
जवाब देंहटाएं