वमुिश्कल अपने मालिक से
आरजू-मिन्नत कर
जुटा पाई अपने बच्चे के लिए
एक अदद कपड़ा।
मेले में बच्चे की जिदद ने
मां को बना दिया है निष्ठुर।
बच्चे की लाख जिद्द पर भी
नहीं खरीद सकी एक भी खिलौना।
देवी मां की हर प्रतिमा के आगे
हाथ जोड़
सालों से कर रही है प्रर्थना
एक मां.....
आप मेरे ब्लॉग पर आये , शुक्रिया . आपने मेहनत की बात की है , थोड़ा मार्गदर्शन कर दे तो आभारी रहूंगा
जवाब देंहटाएंUff! Kitna dard hai..us maa ki bhi kaisi pariksha!
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