गुरुवार, 4 नवंबर 2010

अंधकार का अपना अस्तित नहीं होता, जहां कहीं भी रौशनी होगी, अंधकार नहीं होगा......आचार्य रजनीश. .

अंधकार का अपना अस्तित नहीं होता, जहां कहीं भी रौशनी होगी, अंधकार नहीं होगा......आचार्य रजनीश.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.




रौशनी के पावन पर्व की मंगलकामनाऎं.............