शनिवार, 21 फ़रवरी 2015

समाजवाद का अंतिम निष्कर्ष..


















लोहिया और जेपी की
विचारधारा का
उत्कर्ष देखिये

***
सेफई में दम तोड़ते
समाजवाद का
अंतिम संघर्ष देखिये..
***

गरीब गुरबों के
नेताजी को
सामंतवादी
कायाकल्प होते
सहर्ष देखिये...
***
चले थे जो बनके
दबे कुचलों
की आवाज़
उनकी नंगई
और
उनका
विमर्श देखिये...
***
कब्र तो खुद रहा था
कब से
दफन हो चुके
समाजवाद
का अंतिम
निष्कर्ष देखिये...
***

शनिवार, 14 फ़रवरी 2015

बेलनटाइन डे पर ‘‘साथी’’ का दर्द (मगही हास्य कविता )

(अरूण साथी)


बेलनटाइन डे पर 
हम्मर कन्याय रूठल हो
नोन, तेल, हरदी खातिर
घर में तोप छूटल हो.....

कहलको, जरलहवा के 
मन कत्ते रंगीन हो
औ जेभी में नै
कौड़ी तीन हो...
ऐक्करा से
वियाह करके
हम्मर तो करमे फूटल हो...
बेलनटाइन डे पर 
हम्मर कन्याय रूठल हो


औ एगो दोस्त
हमरा सताबो हो
फेसबुक के कई गो
महिला मित्र 
ओकरा अपन
वैलेंटाइन बताबो हो
ईहो कलमूंहा
बड़की घूटल हो...
बेलनटाइन डे पर 
हम्मर कन्याय रूठल हो..