शनिवार, 14 फ़रवरी 2015

बेलनटाइन डे पर ‘‘साथी’’ का दर्द (मगही हास्य कविता )

(अरूण साथी)


बेलनटाइन डे पर 
हम्मर कन्याय रूठल हो
नोन, तेल, हरदी खातिर
घर में तोप छूटल हो.....

कहलको, जरलहवा के 
मन कत्ते रंगीन हो
औ जेभी में नै
कौड़ी तीन हो...
ऐक्करा से
वियाह करके
हम्मर तो करमे फूटल हो...
बेलनटाइन डे पर 
हम्मर कन्याय रूठल हो


औ एगो दोस्त
हमरा सताबो हो
फेसबुक के कई गो
महिला मित्र 
ओकरा अपन
वैलेंटाइन बताबो हो
ईहो कलमूंहा
बड़की घूटल हो...
बेलनटाइन डे पर 
हम्मर कन्याय रूठल हो..





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