यह चुटकी भर प्रेम ही तो जीवन की सुगंध है, ,मन की मिठास है। बहुत सुंदर अभिव्यक्ति सर। सादर। ----- जी नमस्ते, आपकी लिखी रचना मंगलवार २ सितंबर २०२५ के लिए साझा की गयी है पांच लिंकों का आनंद पर... आप भी सादर आमंत्रित हैं। सादर धन्यवाद।
प्रेम तो प्रेम है, किसी के द्वारा दिए गए चुटकी भर प्रेम से भी मन आनंदित हो जाता है, चाहे वह प्रेम मां के द्वारा बेटे को दिया गया हो, या बहन का भाई को या मित्र का मित्र को और सबसे सुखद वर्षों पुरानी पड़ी दरार को भी मिटा देती है यह "चुटकी भर प्रेम"
यह चुटकी भर प्रेम ही तो जीवन की सुगंध है, ,मन की मिठास है।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर अभिव्यक्ति सर।
सादर।
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जी नमस्ते,
आपकी लिखी रचना मंगलवार २ सितंबर २०२५ के लिए साझा की गयी है
पांच लिंकों का आनंद पर...
आप भी सादर आमंत्रित हैं।
सादर
धन्यवाद।
बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंआभार
हटाएंवाह भाई।।।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंप्रेम तो प्रेम है, किसी के द्वारा दिए गए चुटकी भर प्रेम से भी मन आनंदित हो जाता है, चाहे वह प्रेम मां के द्वारा बेटे को दिया गया हो, या बहन का भाई को या मित्र का मित्र को और सबसे सुखद वर्षों पुरानी पड़ी दरार को भी मिटा देती है यह "चुटकी भर प्रेम"
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