बुधवार, 25 दिसंबर 2019

सुनो जिंदगी

सुनो जिंदगी
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यह ठीक है कि
तुम सीढ़ी हो
और सांप भी

यह भी ठीक ही है कि
सौ घरों में एक-एक कदम
चलकर दूरी तय करना होता है

यह भी ठीक है कि
एक पासे से तुम
सीढ़ी के सहारे
अर्श पे पहुंचा देती हो
तो दूसरे पासे से
सांप के सहारे
फर्श पे

पर सुनो जिंदगी
यह ठीक नहीं कि
पासे भी तुम्हारे पास हो
और चाल भी तुम्हीं चलो
कुछ तो मेरे हिस्से आने दो
सुनो जिंदगी

शनिवार, 7 दिसंबर 2019

स्त्री एक देह है

#देह

स्त्री एक देह है
माँ-बहन
बहु-बेटी नहीं..

उसे कैद करो
इज्जत के पिंजरे में
बलात्कार करो उसका
और इज्जत भी उसी की
लुट जाएगी
लुटेरे का नहीं...!

कभी भ्रूण हत्या
कभी दहेज हत्या
कभी लक्ष्मण रेखा
कभी सीता को कलंक
कभी पांचाली
कभी निर्भया
कभी उन्नाव
कभी दिशा

मर्यादापुरुषोत्तम
समाज में
मर्दांगी यही तो है...