मंगलवार, 4 अप्रैल 2017

हे राम

हे राम

अपने जीवन में
राम के आदर्शों को
रत्ती भर भी
नहीं उतार रहे हैं,

वैसे लोग भी
चौक-चौराहे पर
जय श्रीराम
चिंघाड़ रहे हैं ...

कैसा कलिकाल
आया अब तो
रावण के वंशज ही
धर्म ध्वजा लेकर
राम को मार रहे हैं...

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