भूख से बिलखने पर
मां ने स्तन निकाल कर
बच्चे के मूंह में लगा दिया
वासनातुर नजरों से बेखबर
भरी बाजार में....
बेलज, असभ्य, जंगली,
संभ्रांत सी महिला ने ताना दिया...
ब्रेस्ट क्लीवेज
और
ब्रेस्ट इम्प्लांट
के नेक्स्ट जेनरेशन में
अब ऐसी
बेलज,
असभ्य,
और जंगली मां
कहां मिलेगी...
बेहद गहन और सशक्त रचना।
जवाब देंहटाएंओहो.. निशब्द....
जवाब देंहटाएंस्तन की खूबसूरती और उसकी महत्वता उस भूखे बच्चे से जाने वो संभ्रांत महिला ....जिसने स्तनपान करके अपनी भूख मिटाई हैं ...
जवाब देंहटाएंकम सब्दो में सटीक व्यंग्य ...आज कल की सभ्रांत महिला पर
मार्मिक ... माँ है जंगली तो हो कभी भी हो सकती है ...
जवाब देंहटाएंआपने नजर ही नहीं नजरिये को भी बदल दिया . शुक्रिया
जवाब देंहटाएंसईद अहमद
संपादक
वेबवार्ता (समाचार एजेंसी)