जी नमस्ते ,आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा शनिवार (२२-०८-२०२०) को 'जयति-जय माँ,भारती' (चर्चा अंक-३८०१) पर भी होगी।आप भी सादर आमंत्रित है--अनीता सैनी
सुन्दर
रीति-रिवाज़ और रिश्ते सब वहीं बँधे रहने को लिए ही तो ....
बहुत सुंदर
सुंदर भाव।
सही कहा ।
जी नमस्ते ,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा शनिवार (२२-०८-२०२०) को 'जयति-जय माँ,भारती' (चर्चा अंक-३८०१) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है
--
अनीता सैनी
सुन्दर
जवाब देंहटाएंरीति-रिवाज़ और रिश्ते सब वहीं बँधे रहने को लिए ही तो ....
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंसुंदर भाव।
जवाब देंहटाएंसही कहा ।
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