रविवार, 26 मार्च 2017

जख्मों का हिसाब मत रख..

जिंदगी में जख्मों का हिसाब मत रख।
गम के पन्ने हो, वैसी किताब मत रख।।

बच्चों की तरह जीता चल जिंदगी।
चेहरे पे कोई भी नकाब मत रख।।

जिससे है शिकवा तो बता दे उसको।
दिल में छुपा के आफताब मत रख।।

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