गुरुवार, 26 मई 2016

साथी के बकलोल वचन

साथी के बकलोल वचन
😶😶😶
बिहार में आईलो ई कइसन विहान,
लगो हे जैसे ई हो गेल अफगान !

कहिनो मर्डर, कहिनो किडनैप,
कहिनो रंगदारी त कहिनो हुड़दंग।
कजै नै हे सुरक्षा, घर कि दालान,
लगो हे जैसे ई हो गेल अफगान !

कहिनो मरे पत्रकार अ कहिनो व्यपारी,
गुंडागर्दी करे हे अदमी सरकारी।
एमएलए करे रेप औ चले सीना तान।
लगो हे जैसे ई हो गेल अफगान!

आम अदमी के त जहाँ तहाँ बम से उड़ाबे हे,
पुरनका सीएम के गाड़ियों जराबे हे।
कैसु बेचारा मांझी बचैलका अपन जान।
लगो हे जैसे ई हो गेल अफगान!⁠⁠⁠⁠

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