एक मित्र ने फेसबुक पर लिखा
जब भ्रष्टाचार खत्म हो जाएगा तब क्या बचेगा?
और मैने जबाब दिया.
तब रहेगी-
गरीब-गुरबों की खुशी
दबे-कुचलों की हंसी
तब बसेगा सच्चा भारत
तब खिलेगें खलिहानों में फूल
तब मिलेगे झोपड़ी में गुल
तब कहीं कोई नहीं कराहेगा
दुनिया अपने भारत को सराहेगा..
कितना सुखद लगा इस सपने को देखना ...बता नहीं सकती...
जवाब देंहटाएंकाश कि कभी ऐसा हो भी पाता...
bahut sunder soch hai......
जवाब देंहटाएंक्या वो खुशनुमा सुबह कभी आएगी?
जवाब देंहटाएंतब रहेगी-
जवाब देंहटाएंगरीब-गुरबों की खुशी
दबे-कुचलों की हंसी
तब हंसेगा अपना भारत
तब बसेगा सच्चा भारत
तब खिलेगें खलिहानों में फूल
तब मिलेगे झोपड़ी में गुल
तब कहीं कोई नहीं कराहेगा
दुनिया अपने भारत को सराहेगा..
waah ! kya baat hai !...Awesome creation !
laajawaab kar diya Arun ji ....ati uttam jawaab !
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तब कहीं कोई नहीं कराहेगा
जवाब देंहटाएंदुनिया अपने भारत को सराहेगा
सच है, तब भारत की तस्वीर सचमुच बुलंद होगी।
Kaash 1 aapka-hamara bharat aisa hi ho..
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रचना, बहुत खूबसूरत प्रस्तुति.
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