वे ईश्वर के नाम पर
फ्रांस में गला काटने का
विरोध करते हैं
वे फ्रांस के शार्ली हेब्दो में 
कार्टून बनाने पर 
नरसंहार की निंदा करते हैं
वे आतंकवाद को 
इस्लामी आतंकवाद 
कहते हैं
वे स्त्री स्वतंत्रता
अभिव्यक्ति की आजादी पर
पाकिस्तान में प्रतिबंध
को तालिबानीकरण कहते है
वही लोग दीपावली के 
पटाखों में धर्म देखते हैं 
सिनेमा में धर्म
पे सवाल उठते ही
उठ खड़े होते है
वही लोग तनिष्क के विज्ञापन 
पर बवेला करते हैं 
वही लोग प्रेम को
लव जिहाद से परिभाषित 
करते है
कौन है ये लोग
जो उन्हीं के जैसा होना चाहते हैं..
 
