अब जहां में कत्ल करने का बस बहाना चाहिए।
दौर ऐसा है साथी तो, मोहब्बत को भी आजमाना चाहिए।।
यूं तो एक नजर में जान जाओगे कि जानवर शैतान है।
पर आदमी को जानने के लिए एक जमाना चाहिए।।
ऐसा नहीं की बसते हैं मुर्दे ही मेरे गांव में।
है उनमें भी आग, यह उनको बताना चाहिए।।
हैं फरेबी वो, दे गए धोखा हमें।
पर जानने को जिंदगी, धोखा भी खाना चाहिए।।
वाह!! क्या बात है!!
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
हटाएंकनाडा की कड़कड़ाती -23 डिग्री की ठंढ में आप वाह वाह कर दिये यह बड़ी बात है.....
हटाएंआपके फेसबुक वॉल पर ठंढ का हाल देख कर यहां भी डर जाता है...
आर्शीवाद..
"यूं तो एक नजर में जान जाओगे कि जानवर शैतान है।
जवाब देंहटाएंपर आदमी को जानने के लिए एक जमाना चाहिए।।"
बहुत सुंदर ....बधाई
बहुत बहुत धन्यवाद
हटाएंवाह बहुत खूब ......
जवाब देंहटाएंहर किसी को समझने के लिए एक अदद दिल और दिमाग चाहिए :)
अब जहां में कत्ल करने का बस बहाना चाहिए।
जवाब देंहटाएंदौर ऐसा है साथी तो, मोहब्बत को भी आजमाना चाहिए।।
बहुत खूब कहा.
आप सभी को गणतंत्र दिवस पर बधाइयाँ और शुभकामनायें.
उम्दा प्रस्तुति...बहुत बहुत बधाई...
जवाब देंहटाएंkhoob sunder likhe......
जवाब देंहटाएंgood thinking/
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