शुक्रवार, 4 नवंबर 2011

अन्तराल















अन्तराल..
दर्द और हंसी के बीच..

जो जुड़ा था
उसके टूटने से पहले,
होता है एक अन्तराल।

टूटना नये का आगमन है..
पूष की रात
और फिर
वसंत,
बीच का अन्तराल
पतझड!

ढूंठ था जहां कभी
वहां कलरव करते है विहग
वसंत
पतझड़
और अंतराल
जीवन का सबसे बड़ा सवाल....

20 टिप्‍पणियां:

  1. बनने और बिगड़ने का क्रम तो चलता रहता है। पर यह अन्तराल लंबा न हो।

    जवाब देंहटाएं
  2. लाजवाब रचना...बधाई स्वीकारें

    नीरज

    जवाब देंहटाएं
  3. क्या अन्तराल को बचाना चाहिये, कि बहुत ही अन्तराल ना हो जाये? क्या अन्तराल में ही जीवन होता है? क्या अन्तराल ही अमरत्व है?

    जवाब देंहटाएं
  4. ठूंठ था जहां कभी
    वहां कलरव करते है विहग
    वसंत
    पतझड़
    और अंतराल
    जीवन का सबसे बड़ा सवाल

    सही कहा आपने, यही जीवन का सबसे बड़ा सवाल है।
    सुंदर कविता।

    जवाब देंहटाएं
  5. दो के बीच में अंतराल तो रहेगा ही,
    सुंदर पोस्ट...मेरे पोस्ट में स्वागत है

    जवाब देंहटाएं
  6. बहुत सुंदर । अंतराल एक सच्चाई है पर यह चलायमान है । बधाई

    जवाब देंहटाएं
  7. वसंत से पतझड़ के बीच ही तो पूरा जीवन है ...
    अच्छी रचना !

    जवाब देंहटाएं
  8. @अंतराल
    जीवन का सबसे बड़ा सवाल....

    वाकई!

    जवाब देंहटाएं
  9. ढूंठ था जहां कभी
    वहां कलरव करते है विहग
    वसंत
    पतझड़
    और अंतराल
    जीवन का सबसे बड़ा सवाल....

    आपके पोस्ट पर आना अच्छा लगा ..आपने अंतराल कौर जीवन पर लिखा ...खूबसूरत व्याख्या ..मेरे पोस्ट पर आपका स्वागत है

    जवाब देंहटाएं
  10. क्या कथ्य,क्या भाव और क्या शिल्प...

    सब बेजोड़...

    जवाब देंहटाएं
  11. जीवा भी तो इसी अंतराल के भटकाव में फंस के रह जाता है ... गहरी बात कही है आपने अरुण जी ...

    जवाब देंहटाएं
  12. बेहद ख़ूबसूरत और शानदार रचना ! दिल को छू गई हर एक पंक्तियाँ!
    मेरे नये पोस्ट पर आपका स्वागत है-
    http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/

    जवाब देंहटाएं
  13. अन्तराल..
    दर्द और हंसी के बीच..

    जो जुड़ा था
    उसके टूटने से पहले,
    होता है एक अन्तराल।

    क्या बात है ...
    बहुत ही गहरी और सशक्त रचना ...
    बहुत दिनों बात इक अच्छी कविता पढने को मिली .....

    जवाब देंहटाएं
  14. ढूंठ था जहां कभी
    वहां कलरव करते है विहग
    वसंत
    पतझड़
    और अंतराल
    जीवन का सबसे बड़ा सवाल....वाकई बि‍ल्‍कुल सच कहा आपने। अंतराल छोड़ जाता है कई सवाल।

    जवाब देंहटाएं
  15. बहुत सुंदर प्रस्तुति । मेरे नए पोस्ट पर आपका इंतजार रहेगा । धन्यवाद ।

    जवाब देंहटाएं