रविवार, 28 मार्च 2021

होलिका में कौन जला..


जब भी होलिका को

जलते हुए देखोगे

तो वहां होलिका को
जलते हुए मत देखना
यह देखना कि कैसे
आज भी हिरण्यकश्यप
स्वघोषित ईश्वर कहलाता है

कैसे वह
अपने ही पुत्र के लिए
चिता सजाता है
कैसे आग से नहीं
जलने वाली होलिका को
उसमें बैठाता है
कैसे होलिका जल जाती है
प्रह्लाद बाहर निकल आता है

और सुनो
यह भी देखना कि
उसमें हम ही तो नहीं जल रहे हैं..

1 टिप्पणी:

  1. आजकल इस दृष्टिकोण से कौन लिखता है?
    नए बुद्धिजीवी तो होलिका को महिला और हिरणकश्यपु को दलित घोषित कर रहे हैं।
    प्रह्लाद भी बालक थे, कोई सोचता ही नहीं।
    और अपनी बात तो कौन ही करे??🥺
    इसलिए आपका नाम बुद्धिजीवी की लिस्ट से हटा दिया जाएगा।

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