फेसबुक औ व्हाट्सएप
के एतने समाचार हो..
अधजल नगरी, छलकत नेता
करे में लगल अपन्न प्रचार हो..
फेसबुक औ व्हाट्सएप
के एतने समाचार हो..
ठग, उठाईगीर
लफुआ, छपट्टावीर
सब ऐजा संत हो,
एडमिन बनके,
बकलोलो महंत हो...
कि कहियो, आझकल इहे से
बुतरू के बदलल व्यवहार हो.
फेसबुक औ व्हाट्सएप
के एतने समाचार हो..
आझे ई खैलियो
आझे ई पकलियो
ठंढा में आठ दिन पर
आझे नहैलियो
औ तो औ साबुन भी लगैलियो..
श्राद्ध से लेके शादी के
सेल्फी भरमार हो..
फेसबुक औ व्हाट्सएप
के एतने समाचार हो..
पहले मुर्गी कि पहले अंडा
राजनीति के एतने हो फंडा
राम-रहीम लड़ाबे के जेकर हो धंधा
उहे आझ हो सबसे बड़का बंदा..
पढलको लिखलका भी धर्म के खीँचले तलवार हो...
फेसबुक औ व्हाट्सएप
के एतने समाचार हो..
बकरी देलको बच्चा
औ मुर्गी के लगलो बोखार हो
चार दिन से सासू माय के
बहिन के ननद के बेटा बीमार हो
सब अपन्न अपन्न आदत से लाचार हो..
फेसबुक औ व्हाट्सएप
के एतने समाचार हो..
अरुण साथी/मगही कविता/21/12/17
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