सोमवार, 30 अगस्त 2021

भगवान होने के लिए..

#भगवान
कैदखाने में
माँ देवकी
मौत के आगोश में
जिसे जन्म दिया
वही कृष्ण है


माता यशोदा
का प्यार और
कभी कालिया नाग
तो कभी राक्षसी
से जो बच पाया
वही कृष्ण है

माखन चुराया
गैया चराई
सुदामा का
चबेना खाया
और द्वारिकापुरी में
सुदामा को गले लगाया
वही तो कृष्ण है


राधा का प्रेम मिला
और राधा जिसे न मिली
वही तो कृष्ण है

परमेश्वर होकर भी
जिसे परमेश्वर होने है
अभिमान न आया
वही तो कृष्ण है


जिसे
भगवान होने के लिए
कृष्ण होना पड़ता है
वही तो कृष्ण है...
(तस्वीर बेटी प्रति राजनंदनी की बनाई हुई)

9 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत ही सुंदर, सटीक और प्रासंगिक रचना। बेटी की बनाई तस्वीर तो और भी सुंदर... मोहक 👌👌

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  2. समाज की बुराइयों से निजात पाने हेतु अगर भगवान के रूप मे कृष्ण प्रकट होना बिल्कुल उसी तरह जैसे कि आज विभिन्न प्रकार की चुनौतियों का सामना करने के लिए निष्कपट,निर्भय व बेबाक पत्रकारिता।
    भगवान कृष्ण को रेखांकित करता चित्र a worthy daughter of a worthy father को चरितार्थ करता है......धन्यवाद!!!!

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  3. कृष्ण कृष्ण है ।
    राधा और कृष्ण केवल प्रेम के लिए थे । यही कारण है कि आज भी राधा कृष्ण को एक साथ याद किया जाता है ।।
    राधा कृष्ण को नहीं मिली ये बात मेरी सोच से परे है । क्यों कि कृष्ण राधा से अलग ही कब थे ?

    यूँ रचना और चित्र बेहद खूबसूरत हैं ।

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  4. आभार आपका। बिलंब के लिए क्षमा

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  5. द्वारिकाधीश और कान्हा संग राधा

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