हर ख्वाब की तामीर हो,
जरूरी तो नहीं।
हर शक्स की अच्छी तकदीर हो,
जरूरी तो नहीं।
माना कि मदहोश कर देती हो तुम शाकी,
बहक जाय हर शख्स,
जरूरी तो नहीं।
बहुत हसीन शोहबतें तेरी हमदम,
हासील हो सभी को ,
जरूरी तो नहीं।
सच है, तेरे चाहने वाले हैं कई,
बन जाओ सभी की ,
जरूरी तो नहीं।
तेरा आइना तुझे जी भर के देखता होगा,
हर सय की आइने सी तकदीर हो,
जरूरी तो नहीं।
कोई तो तेरे ख्वाब में आता होगा,
मुझे भी तुम बुलाओं,
जरूरी तो नहीं।
चाहा है मैंने तुझे जानो दिल से बढ़कर,
तुम भी मुझे चाहो,
जरूरी तो नहीं।
wah. bahut achcha laga.
जवाब देंहटाएंबात में दम है...
जवाब देंहटाएंबहुत खूब!
जवाब देंहटाएंवाह बहुत खूबसूरत प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंतेरा आइना तुझे जी भर के देखता होगा,
जवाब देंहटाएंहर सय की आइने सी तकदीर हो,
जरूरी तो नहीं।
बेहतरीन भाव !
शुभकामनाएँ!
वाह ..! अंतिम पंक्तियों का तो जवाब ही नहीं..
जवाब देंहटाएंkalamdaan.blogspot.com
चाहा है मैंने तुझे जानो दिल से बढ़कर,
जवाब देंहटाएंतुम भी मुझे चाहो,
जरूरी तो नहीं।
गहरे भाव लिये बेहतरीन प्रस्तुती है
अच्छा लगा आपके ब्लॉग पर आकार .
mauryareena.blogspot.com