शनिवार, 25 दिसंबर 2021

शैतान की उदासी

शैतान की उदासी
(अरुण साथी)
1
उन्होंने कहा 
शैतान हो तुम 
आदमखोर
रक्तपिपासु

धर्म के नाम पर 
बंदे का कत्लेआम 
हैवानियत है
तुम्हारा काम

इंसानियत ने उसे 
हैवान-हैवान 
शैतान-शैतान 
पुकारा
शैतान उदास हो गया....

2
अब वे उसी के
जैसे हो गए
वे कहते हैं 
तुम शैतान 
मैं भी शैतान 
तुम हैवान 
मैं भी हैवान
अब शैतान प्रसन्न हो गया...







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