साथी
गुरुवार, 7 अक्टूबर 2021
हे दुर्गे
हे दुर्गे
***
नवरात्र में
पुरुषों के मन में
नारी के लिए
कितना सम्मान है..?
कहीं पूजा
कहीं हवन
कहीं पाठ
कहीं उपवास
कहीं अनुष्ठान है..!
हे माँ दुर्गे
बताओ
कोख में मरती बेटी
दहेज हेतु जलती बहू
आबरू लूट कर
अट्टहास करने वाला
कहाँ रहता वह शैतान है...?
2 टिप्पणियां:
सुशील कुमार जोशी
7 अक्टूबर 2021 को 8:28 am बजे
नवरात्रि की शुभकामनाएं|
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संगीता स्वरुप ( गीत )
7 अक्टूबर 2021 को 10:35 pm बजे
सटीक प्रश्न । सबको अपने अंतः कारण में झाँकना चाहिए ।
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नवरात्रि की शुभकामनाएं|
जवाब देंहटाएंसटीक प्रश्न । सबको अपने अंतः कारण में झाँकना चाहिए ।
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