कितनी हसीन हो तुम
बिल्कुल अपनी कविता की तरह
तुम्हारे मुस्कुराहट की बुनावट
और तुम्हारी जुल्फों की घटा
तुम्हारे आंखों में तैरता सागर
और तुम्हारे गालों पर खिला गुलाब
जैसे इसी से चुराया हो तुमने शब्द...
और पिरो दिया हो अपनी संवेदना में
और रच दी हो एक कविता।
या फिर
तुम्हारी संवेदना
तुम्हारा दर्द
तुम्हारा इंतजार
तुम्हारा प्यार
तुम्हारे आंसू
तुम्हारी खुशी
जैसे
इसी से बनती हो कविता
और कहलातें हो हम सभी
कवि....
जैसे
इसी से बनती हो कविता
और कहलातें हो हम सभी
कवि....
बहुत सुन्दर ..
जवाब देंहटाएंkalamdaan.blogspot.com
Very beautiful poem.
जवाब देंहटाएंसुन्दर अभिव्यक्ति.......
जवाब देंहटाएंक्या यही गणतंत्र है
वाह ………सच कभी कभी इस अन्दाज़ मे भी कविता बन जातीहै।
जवाब देंहटाएंbaas un hi kabhi kabhi.....ban jati he kawita...
हटाएंइस रचना में सौन्दर्य की सृष्टि है ...
जवाब देंहटाएंbaas aapka ashirwad he..bana rahe.yahi kamna he..
हटाएंवाह ...बहुत ही सुन्दर भाव संयोजन ।
जवाब देंहटाएंaap hi ki kawitaon ke par kar sikhta hun..
हटाएंwaah! waah! waah! iske alawa aur kuch shbd hi nahi mile.nishbd kiya aap ki rachna ne.....bdhaai aap ko
जवाब देंहटाएंthanks
हटाएंबहुत ही खूबसूरत प्रस्तुति ! चित्र भी बहुत सुन्दर है!
जवाब देंहटाएंबिल्कुल रचना के अनुरूप!
chitra aapke liye khaas sanjay babu..
हटाएंवाह, सच्ची कविता तो ऐसे ही अचानक बन जाती है।
जवाब देंहटाएंचित्र और कविता दोनों बेजोड़...
जवाब देंहटाएंनीरज
वाह बहुत खूब ...
जवाब देंहटाएंये सच हैं कि ...इस ब्लॉग जगत ने बहुत कुछ दिया ...
वो तो आमने आप में एक जीवित कविता ही होते हैं जो किसी के एहसास जगा देते हैं ... अच्छी रचना है बहुत ही ...
जवाब देंहटाएंbahut sundar rachna
जवाब देंहटाएंआपकी उत्कृष्ट प्रस्तुति आज charchamanch.blogspot.com par है |
जवाब देंहटाएंबहुत हि सुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंbahot saralta se likhi sunder kavita.
जवाब देंहटाएंसुन्दर भावो की बहुत ही बेहतरीन अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंसुन्दर भाव अभिव्यक्ति:-)
bahut hi sunder rachna.......... dhanyavad...
जवाब देंहटाएंbeautifulll
जवाब देंहटाएंसुन्दर भाव ....
जवाब देंहटाएंकवियों की प्रेरणा का भेद खोल दिया आपने :-)
साभार !
aabhar
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