मैंने अप्रेल फूल मनाया।
हत्या का ब्रेकिग न्यूज चलबाया
रिपोर्टरों को खूब हड़काया
किसी को अस्पताल
तो किसी को थाने बुलबाया।
मैंने अप्रेल फूल मनाया।
किसी को जेल भेजवाया
तो किसी को छापेमारी कह डराया।
मैंने अप्रेल फूल मनाया।
पर बीबी नहीं फंसी मेरी जाल में
कोई बुला रहा है कह कर मुझे ही
घर से बाहर भगाया,
मुझकों की मुर्ख बनाया,
चाय भी नमक मिलाकर पिलाया
पूछने पर बोली
श्रीमानजी
मैंने अप्रेल फूल मनाया।
चित्र गूगल देवता से साभार